Sahil writer

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प्यासी रूह

तू मेरी वह अधूरी मुहब्बत है जो अधूरी ही रहे गई 
एक ऐसी चाहत है जो कभी पूरी न हुई l

मांगा था दुआओ में तुझे ही 
पर यह दुआ भी अधूरी रह गई l

मालूम है मुझे बेवफ़ नहीं है तू पर  क्या करें 
तुझे मुझे से ज्यादा मौत भा गई l

जी ही लेते है हम तेरे बिना यही 
पर  बस एक आस अधूरी सी रहे गए l.......



Sahil राइटर ❤❤.........

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4 Comments

बहुत खूब 👌👌

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Vfyjgxbvxfg

26-Jun-2021 04:38 PM

Bahut khoob

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Swati chourasia

26-Jun-2021 02:41 PM

Nice

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